Monday, June 8, 2009

दिल अगर मरने का हो तो

दिल अगर मरने का हो तो देर ना करिए हुज़ूर....
कल दिन बड़ा अच्छा है..कोई भी काम करने का...!.............
जो बात ना बने उन मंदिरो या मस्जिदो से......
जो जी मे आए कीजिए, फ़ायदा क्या फिर डरने का...!

3 comments:

अनिल कान्त said...

waah bahut khoob likha hai

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया!!

noT:-कृपया Word Verification हटाएं।

Udan Tashtari said...

बहुत सही!!